मौसम पूर्वानुमान - 12 से 14 दिसंबर 2019
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उत्तरी पाकिस्तान और भारत के जम्मू और कश्मीर इलाको पर एक बहुत ही मजबूत सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहुंच गया है। इस सिस्टम के प्रभाव से विकसित हुआ चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान पर बना हुआ है और पूर्व दिशा की तरफ राजस्थान की और बढ़ रहा है, इसके प्रभाव से उत्तर राजस्थान से एक ट्रफ रेखा बिहार तक बनने की प्रबल संभावना है जिससे उत्तरी भारत के अधिकांश जगहों पर कल शाम से 13 दिसंबर की रात तक हल्की से भारी बारिश और 2000 मीटर या उससे उचाई वाले पहाड़ी इलाको में बर्फबारी का अनुमान है।
राज्यवार मौसम पूर्वानुमान:
पंजाब: पूरे पंजाब के मुख्यत जगहों पर (पंजाब के प्रमुख जगहों राजधानी अमृतसर, बटाला, गुरदासपुर, जालंधर, मोगा, पटियाला, लुधियाना, भटिंडा मनसा, संगरूर, होशियारपुर और आसपास के क्षेत्रों ) में कल सुबह से ही हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधिया देखने को मिलेंगी जो 13 दिसंबर रात तक बनी रह सकती है जबकि इसी दौरान कुछ एक दो जगहों पर तेज बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधिया भी देखी जा सकती है। दक्षिण पश्चिम पंजाब के कुछ हिस्सों,अबोहर और मलौट जैसी जगहों पर इस आगामी प्रणाली से हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है, हालांकि एक या दो अलग-थलग जगहों पर गरज के साथ तेज वर्षा और ओलावृष्टि की गतिविधियों को नकारा नहीं जा सकता है।
हरियाणा और दिल्ली / एनसीआर: हरियाणा के मुख्यत जगहों पर (हरियाणा के प्रमुख जगहों जैसे फरीदाबाद, गुड़गांव, मानेसर, पलवल, औरंगाबाद, रेवाड़ी, पटौदी, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, कैथल, चंडीगढ़ और आसपास के क्षेत्रों ) और दिल्ली / एनसीआर में कल सुबह से काले बादल छाए रहेंगे जबकि दिन बढ़ने के साथ बारिश की गतिविधियों में इजाफा देखा जायेगा जबकि कल शाम से गतिविधिया व्यापक हो जाएँगी और कई इलाको में तेज बारिश देखी जा सकती है और जिसका असर 13 दिसंबर की रात तक बना रहेगा और इसी दौरान अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा जबकि कुछ एक दो जगहों पर भारी बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधिया भी देखी जा सकती है। इस प्रणाली का असर उत्तर हरियाणा में राज्य के दक्षिण इलाको से ज्यादा होगा और सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर, कैथल और चंडीगढ़ में मध्यम से भारी बारिश होगी।
राजस्थान: मध्य और उत्तर राजस्थान (श्रीगंगानगर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़, अजमेर, राजधानी जयपुर, अलवर, बीकानेर सीकर और चूरू और उनके आसपास के क्षेत्रों जैसे प्रमुख जगहों ) में कल सुबह से ही हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधिया देखने को मिलेंगी जो 13 दिसंबर रात तक बनी रह सकती है जबकि इसी दौरान कुछ एक दो जगहों पर तेज बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधिया भी देखी जा सकती है। बात करे पश्चिमी और दक्षिण राजस्थान की तो जैसलमेर, उदयपुर, माउंट आबू और जोधपुर जैसी जगहों पर इस प्रणाली से हल्की वर्षा होने की ही संभावना है, हालांकि एक या दो अलग-थलग जगहों पर गरज के साथ तेज वर्षा और ओलावृष्टि की गतिविधियों को नकारा नहीं जा सकता है।
उत्तर प्रदेश: इस प्रणाली का असर पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जायेगा जहाँ कल सुबह से बदलो की गतिविधिया देखि जाएँगी और दिन बढ़ने के साथ बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी और कल शाम तक गतिविधिया व्यापक हो जाएँगी और कई इलाको में मध्यम तेज बारिश देखी जा सकती है और जिसका असर 13 दिसंबर की रात तक बना रहेगा और इसी दौरान अधिकांश जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा जबकि कुछ एक दो जगहों पर भारी बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधिया भी देखी जा सकती है। इस प्रणाली का असर राज्य के उत्तर और पश्चिमी के इलाको जैसे सहारनपुर, बिजनौर, मेरठ, बरेली, मुरादाबाद, रामपुर अलीगढ़, बुलंदशहर और पहाड़ के तलहटी इलाको जैसे बहराइच, पीलीभीत, लखीमपुरखीरी, श्रावस्ती, गोरखपुर, महराजगंज में राज्य के ज्यादा होगा। जबकि राज्य के मध्य और पूर्वी भागो जैसे राजधानी लखनऊ, कानपुर हरदोई, उन्नाव, गोंडा, झाँसी, प्रयागराज, मिर्ज़ापुर और वाराणसी में हल्की मध्यम बारिश देखी जा सकेगी।
बिहार : इस प्रणाली का असर पूरे लगभग पूरे बिहार में 13 तारीख से देखा जायेगा जहाँ 13 दिसंबर की सुबह हल्की से मध्यम वर्षा की गतिविधिया देखने को मिलेंगी जो 14 दिसंबर की सुबह तक बनी रह सकती है जबकि इसी दौरान कुछ एक दो जगहों पर तेज बारिश और ओलावृष्टि की गतिविधिया भी देखी जा सकती है। उत्तर बिहार और पहाड़ी तलहटी में इस प्रणाली असर असर दक्षिण राज्य के इलाको से ज्यादा देखने मिलेगा।
जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड: यह प्रणाली सभी चार हिमालयी क्षेत्रों को प्रभावित करेगा, आज शाम से ही ऊँची पहाड़ी इलाको में कुछ जगह हिमपात की गतिविधिया देेेेखी जाएंगी जबकि कल शाम से यह गतिविधिया व्यापक हो जाएँगी कल सुबह से 13 दिसम्बर की रात तक चारो क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश / बर्फबारी के साथ कुछ जगहों भारी से बहुत भारी बारिश/बर्फ़बारी के आसार हैं। इस अवधि के दौरान 2000 मीटर या उससे अधिक की ऊंचाई पर अधिकांश स्थानों पर बर्फबारी होने की संभावना है, इस अवधि के दौरान जम्मू, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मैदानी इलाको में मध्यम से भारी बारिश और कश्मीर के गुलमर्ग श्रीनगर और बाकि मैदानी और पहाड़ी इलाको , लद्दाख, स्पीति, मनाली, नारकंडा, धर्मशाला के धौलाधार रेंज, कल्पा केदारनाथ, बद्रीनाथ, औली, और शिमला, मसूरी, नैनीताल पिथौरागढ़ जैसे प्रमुख जगहों पर मध्यम से भारी बर्फबारी होने की प्रबल संभावना है। इसका असर उत्तराखंड में बाकि मुकाबले ज्यादा रहने की उम्मीद है और देहरादून, हरिद्वार ,हल्द्वानी और रुद्रपुर जैसे मैदानी इलाको कल सुबह से सुबह से 13 दिसम्बर की रात तक रुक-रुक के कई बार मध्यम से भारी बारिश संभावना है साथ ही कुछ जगहों पर ओलावृष्टि की गतिविधिया भी मिलेंगी और पहाड़ी इलाको जो 2000 मीटर या उससे ऊँचे वहां भारी से बहुत भारी हिमपात देखी जाएगी।
13 दिसम्बर के बाद इस प्रणाली के समाप्त होने पर, सर्द हवाएँ पूरे उत्तरी मैदानी इलाकों पर पकड़ बना लेंगी और साथ ही लोगो को कोहरे और कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ेगा जिसकी सूचना हम विस्तार अपने अगले लेख में देंगे ।
वैदर एंड क्लाइमेट ऑफ नॉर्थ इंडिया के लिए
सृजन कुमार गुप्ता
एडिटर
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